KYP_BS-CLS(BIHAR STATE CERTIFICATE IN LANGUAGE SKILL) & BS-CSS(BIHAR STATE CERTIFICATE IN SOFT SKILL)


BIHAR SKILL DEVELOPMENT MISSION, PATNA
BS-CLS and BS-CSS? KYP का course Syllabus क्या क्या हैं
BS-CLS और BS-CSS
हेलो दोस्तों,
पिछले पोस्ट में हमलोग BS-CIT के सम्पूर्ण Syllabus  बारे में जानकारी हासिल किये और  आज हमलोग  BS-CLS और BS-CSS के Syllabus के बारे में पढ़ेंगे आज हमलोग जानेंगे की BS-CLS और BS-CSS का  क्या  क्या course syllabus हैं, इस पोस्ट में हम पूरी जानकारी बताने वाला हूँ की BS-CLS और BS-CSS का course Syllabus क्या क्या हैं|
तो चलिए शुरू करते हैं| अगर आप लोग अभी तक BS -CIT  का 
कोर्स syllabus नही पढ़े हैं तो कृप्या  इस पोस्ट को जरूर पढ़े |पढ़ने के लिए यहाँ 
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 What is the Syllabus of BS-CLS and BS-CSS? BS-CLS और BS-CSS का कोर्स syllabus क्या हैं?
BS-CLS (Bihar State-Certificate in Language Skills):
👉BS-CLS में अंग्रेजी और हिंदी लिखने और पढ़ने के साथ ही बोलना भी सिखाया जाता है| BS-CLS में Grammar, word, शब्दों के उच्चारण पे विशेष ध्यान दिया जाता हैं| Non-verbal communication भी बताया जाता हैं |
 👉BS-CLS यानि Language skills (भाषा कौशल) में स्टूडेंट को भाषा और बातचीत करना सिखाया जाता हैं | ताकि स्टूडेंट्स को कही भी बोलने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो | इस कोर्स को करने के बाद स्टूडेंट्स में Self confidence अच्छी हो जाती हैं आप कही भी, किसी के सामने में बोलने में कोई हिचकिचाहट नहीं होती हैं
👉इस कोर्स यानि आप जब BS-CLS कोर्स को पूरी अच्छी तरह से पढ़ते हैं और सिख लेते यहीं तो आपकी English काफी अच्छी हो जाती हैं आप इंल्गिश में बाते भी करने लगते हैं | 
👉 BS-CLS के कोर्स syllabus को वैसे स्टूडेंट के लिए ही बनाया गया हैं जिनको Communication skills और Language skills में परेशानी हैं |
👉BS-CLS में निम्नलिखित पाठ्यक्रम शामिल हैं:
इस कोर्स में आपको English और Hindi के बारे में बताया जाता हैं जैसे -बोलना, सुनना, समझना, पढ़ना और लिखना
अनकहा संचार (Non Verbal Communication)
Vocabulary, वाक्य का निर्माण, व्याकरण, उच्चारण, संचार की गुणवत्ता (प्रवाह, जोर, गति, स्पष्टता, आदि)
Voice (इनटोनेशन, पिच, मॉड्यूलेशन, आदि) 

BS-CLS COURSE SYLLABUS IN HINDI
👉 BS-CLS पाठ्यक्रम में निम्नलिखित मॉड्यूल हैं:
1.     घर, परिवेश और दिनचर्या(Home, Surroundings, and Routine) 
2.     अभिवादन(Greetings)
3.     दोस्तों, परिवार और रिश्तेदारों(Friends, Family, and Relatives)
4.     खाना(Food)
5.     स्वास्थ्य और सफ़ाई(Health and hygiene)
6.     समय और दिशा बता रहा है(Telling Time and Giving directions)
7.     समाचार(News)
8.     पूछताछ करना(Making Enquiries)
9.     आम सार्वजनिक स्थानों पर संचार करना(Communicating at common public places)
10.  सेवाओं की मदद करना और उन्हें देना(Helping and offering services)
11.  काम के लिए तैयार हो रहा हूं(Getting Ready for Work)
12.  टेलीफोन पर बातचीत(Telephonic Conversation)
13.  दूसरों के साथ विचार साझा करना(Sharing thoughts with Others)
14.  शब्दकोश और थिसॉरस जैसे संदर्भों का उपयोग करना(Using references like Dictionary and Thesaurus)
15.  साइबर दुनिया में संचार(Communication in the cyber world)
16.  साक्षात्कार तकनीक(Interview Techniques)
17.  कार्यस्थल पर बैठकें(Meetings at the workplace)
18.  कार्यस्थल नैतिकता(Workplace ethics)
19.  ग्राहक सेवा(Customer Service)
20.  सुरक्षा(Safety)


BS-CSS (Bihar State-Certificate in Soft skills) 
 BS-CSS यानि (Bihar State-Certificate in Soft skills) में Soft Skills और  Life Skills के बारे में बताया और पढ़ाया जाता हैं BS-CSS के तहत Students का व्यक्तित्व निखारने पर विशेष जोर दिया जाता हैं| इसमें आपको स्वयं, दूसरों और प्रकृति के प्रति sensitive होनाpersonal capacity बढ़ाने के लिए स्वयं को समझना, दूसरों को समझना और एक समृद्ध Personal, Professional और Social life प्राप्त करना इत्यादि चीजे आपको बताया जायेगा

BS-CSS Course in Hindi
 इस पाठ्यक्रम में निम्नलिखित मॉड्यूल हैं:
·         Self -Awareness और Self -Management
·         पारस्परिक कौशल(Interpersonal Skills)
·         प्रस्तुति कौशल(Presentation Skills)
·         लचीला होना(Being Flexible) 
·         Presentation Skills(प्रस्तुति कौशल)
·         आत्म, विचारों को प्रस्तुत करना
·         आत्मविश्वास और गुणवत्ता के साथ काम करना
·         समय प्रबंधन(Time management)
·         लक्ष्य का निर्धारण (Goal Setting)
·         निर्णय लेना(Decision Making)
·         व्यक्तिगत लक्ष्य निर्धारण, पहल करना, उचित निर्णय लेना
·         लचीला होना(Flexible होना )
·         कार्यस्थल पर जिम्मेदार होना(Responsible at workplace)
·         नैतिक व्यवहार(ethical behavior)
·         विविधता का सम्मान (सांस्कृतिक, लिंग)
·         विरोधाभास प्रबंधन
·         संघर्षों का विश्लेषण और समाधान, करना
·         सकारात्मक स्वास्थ्य (Positive Health)
·         ग्राहक संबंध प्रबंधन(Customer Relationship Management)
·         मूल्य और अभ्यास सेवा आभास(Value and practice service perception)

अगर आप लोग अभी तक BS -CIT  का कोर्स syllabus नही पढ़े हैं तो कृप्या  इस पोस्ट को जरूर पढ़े |पढ़ने के लिए यहाँ 
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                                                                                                          BY:-
                                  Munna Kumar(saran) Bihar


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Milan Tomic

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